हजारीबाग : गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी के उपर अपमानजनक टिप्पणी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के विरुद्ध गलत एफ आइ आर के विरोध में कारयकारिणी के सदस्य संजय तिवारी व महानगर अध्यक्ष मनोज नारायण भगत के सयुंक्त नेतृत्व में अंबेडकर सम्मान यात्रा का अयोजन किया गया जो जिला कांग्रेस कार्यालय कृष्ण बल्लभ आश्रम से चलकर डिस्ट्रिक्ट बोर्ड चौक स्थित बाबासाहब भीमराव अंबेडकर के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर यात्रा नया समाहरणालय पहुंच कर उपायुक्त के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति जी को एक ज्ञापन सौप कर गृहमंत्री अमित शाह को बर्खास्त करने की मांग की गई।
संजय तिवारी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 18 वीं लोकसभा के शीतकालीन सत्र सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी द्वारा संविधान और संविधान निर्माता डाॅ.भीमराव अंबेडकर के असमान के लिए देश के संसदीय इतिहास में दर्ज हो गया है। भाजपा हमेशा लोकतंत्र और संवैधानिक मुल्यों के प्रति तिरस्कार दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ती। इस बार तो हद पार कर दी। संविधान के पचहत्तर वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के दलों ने संसद में सरकार से संविधान पर चर्चा की मांग रखी। अडानी, मणिपुर, संभल जैसे मामलों पर सदन में बहस की मांग लगातार ठुकराए जाने के बाद प्रतिपक्ष की संविधान पर चर्चा की मांग ली गई।
इस मौके पर कांग्रेस समेत सभी दलों ने सरकार को लोकतांत्रिक और संवैधानिक मुल्यों की प्रतिबध्दता दिलाई। समता समानता और न्याय के डाॅ.भीमराव अंबेडकर के आदर्शों पर चलने की सलाह भाजपा को कतई रास नही आई। सत्तापक्ष ने लगातार विपक्ष को बोलने से रोकने की कोशिश की। यही नही केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने डाॅ.भीमराव अंबेडकर का अपमान कर संघ और भाजपा के मनुवादी मानसिकता उजागर कर दी।
अमित शाह ने कहा "अभी एक फैशन हो गया है " अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।
आरक्षण खत्म करने की साजिश के तहत भाजपा की संविधान बदलने की कोशिश को 2024 के आम चुनाव में जनता ने नाकाम कर दिया था और बैसाखी सरकार बनाकर लोकतांत्रिक मुल्यों का पाठ पढ़ाया था। लेकिन भाजपा ये खीज अब संविधान निर्माता पर निकाल रही है और बाबासाहेब का अपमान किया गया है। लेकिन दुख की बात ये है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमित शाह को सीख देने के बजाय आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति तेज कर दी।
कांग्रेस समेत प्रतिपक्ष पीएम मोदी से अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है। लेकिन मोदी सरकार डाॅ.भीमराव के अपमान को अपराध मानने को तैयार नही है। उल्टे भाजपा ने सांसद की कारवाई ठप रखी है। यही नही अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे सांसदों के साथ धक्कामुक्की की गई। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को गिरा दिया गया। भाजपा ने षड़यंत्र के तहत नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ संगीन धराओं के तहत एफ आइ आर दर्ज करा दी गई।
मनोज नारायण भगत ने कहा कि भाजपा और उसकी मातृ संस्था हमेशा से डाॅ.भीमराव अंबेडकर और संविधान विरोधी रही है। उन्होंने न सिर्फ संविधान के निर्माण के समय से ही विरोध किया बल्कि इससे पहले डाॅ.भीमराव अंबेडकर को चुनाव हरवाया धा।
कांग्रेस डाॅ.भीमराव अंबेडकर के अपमान को लेकर अमित शाह के इस्तीफे का मांग अटल है। जब तक अमित शाह इस्तीफा नही देंगे हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।
अंबेडकर सम्मान यात्रा में प्रदेश उपाध्यक्ष भीम कुमार प्रदेश महासचिव बिनोद कुशवाहा, बिनोद सिंह, अदिब रिजवी, साजिद हुसैन उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता निसार खान, तारिक रजा, लखराज सिंह, गुड्डू सिंह,दिलीप कुमार रवि, लाल मोहन रविदास, कृष्णदेव प्रसाद सिंह, राजू चौरसिया, कृष्णा किशोर प्रसाद, निजामुद्दीन अंसारी, विशेश्वर स्वर्णकार, अब्बास अंसारी, युवा अध्यक्ष प्रकाश यादव, जावेद इकबाल, दिलदार अंसारी, ओमप्रकाश गोप महिला अध्यक्ष बेबी देवी, साजिद अली खान, बाबर अंसारी, मुस्ताक अंसारी, सुनील सिंह राठौर,नौशाद आलम, इकबाल रजा, शिव प्रसाद लहकार, नरसिंह पजापति, रिजवान अली, सुनिल साह, परवेज अहमद, सुनिल साह, अनिल भुईंया, उषा देवी, आरती देवी, तेतरी देवी के अतिरिक्त वरिष्ठ कांग्रेसी, प्रखंड अध्यक्ष, कारयकारिणी सदस्य, प्रदेश प्रतिनिधि, युवा कांग्रेस महिला कांग्रेस एनएसयुआई कांग्रेस सेवादल प्रकोष्ठ तथा मंच मोर्चा के अध्यक्ष तथा कार्यकर्तागण सैकड़ो की संख्या में उपस्थित थे।
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