हजारीबाग : नगर निगम ने शहर के शेल्टर होम का निरीक्षण किया, जहां कई गरीब और बेघर लोग आश्रय लेते हैं। यह निरीक्षण सहायक नगर आयुक्त द्वारा किया गया, जिन्होंने शेल्टर होम की व्यवस्थाओं और सेवाओं की बारीकी से जांच की। निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि गरीबों और बेघरों के लिए बनाई गई सुविधाएं सही तरीके से संचालित हो रही हैं और उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
सहायक नगर आयुक्त ने अपने निरीक्षण के दौरान बताया कि यह शेल्टर होम पूरी तरह से निशुल्क है। यहां रहने वाले लोगों से किसी भी प्रकार का कोई चार्ज नहीं लिया जाता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि शेल्टर होम उन लोगों के लिए है जो सड़क पर रहते हैं और जिनका कहीं कोई ठिकाना नहीं है। यह शेल्टर होम गरीबों के लिए राहत का एक महत्वपूर्ण माध्यम है, जहां उन्हें सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण में रहने की सुविधा प्रदान की जाती है।
शेल्टर होम में रहने वाले लोगों के लिए कंबल की भी व्यवस्था की गई है, ताकि उन्हें ठंड के मौसम में ठंड से बचाया जा सके। इसके अलावा, शेल्टर होम में अन्य आवश्यक सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं, जैसे स्वच्छ पानी, शौचालय, और बुनियादी चिकित्सा सेवाएं। इन सुविधाओं का उद्देश्य है कि गरीब और बेघर लोग यहां आराम से रह सकें और उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
सहायक नगर आयुक्त ने यह भी कहा कि यदि किसी भी व्यक्ति द्वारा शेल्टर होम में रहने के लिए कोई चार्ज मांगा जाता है, तो तुरंत नगर निगम को सूचित करें। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि शेल्टर होम में रहने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की वित्तीय बोझ नहीं उठाना पड़े और उन्हें पूरी तरह से निशुल्क सेवाएं मिलें।
नगर निगम ने जनता से अपील की है कि वे इस सेवा का सही उपयोग करें और जरूरतमंदों तक इसकी जानकारी पहुंचाएं। शेल्टर होम का उद्देश्य उन लोगों की मदद करना है जो सबसे ज्यादा असहाय और जरूरतमंद हैं। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि लोग इस सेवा का दुरुपयोग न करें और सही मायने में जरूरतमंद लोगों को इसका लाभ उठाने दें।
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