Jharkhand News : झारखंड में 4000 स्कूल ऑफ एक्सीलेंस खोलने का प्लान सरकार बना रही है। शिक्षा मंत्री का जिम्मा संभालते ही रामदास सोरेन ने ये बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना और बच्चों को हरसंभव सुविधा मुहैय्या कराने की कोशिश की जायेगी। उन्होंने कहा कि अभी झारखंड में स्कूल आफ एक्सीलेंस की संख्या 80 है, उसे बढ़ाकर सरकार की मंशा 4000 स्कूल करने की है। जो पूर्ण रूप से सीबीएसई का पाठ्यक्रम होगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि आईएएस, आईपीएस, पीएससी की परीक्षा में सीबीएसई बोर्ड के ही सिलेबेस का पैटर्न होता है, इसकी वजह से झारखंड के बच्चे छंट जाते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मंशा है कि झारखंड में ज्यादा से ज्यादा डाक्टर, इंजीनियर आईएएस, आईपीएस निकले। इसी मकसद से स्कूल आफ एक्सीलेंस की शुरुआत हुई है। अगले दो-चार साल में स्कूल आफ एक्सीलेंस की संख्या बढ़ाई जायेगी, ताकि यहां से पढ़कर ज्यादा से ज्यादा बच्चे डाक्टर इंजीनियर और आईएएस, आईपीएस बन सकें।
रामदास सोरेन संथाल आदिवासी समाज से आते हैं, जिस समाज से चंपई सोरेन भी आते हैं। अब रामदास सोरेन को मंत्री बनाया गया है। रामदास सोरेन घाटशिला से विधायक हैं, जो पूर्वी सिंहभूम जिले में आती है। कोल्हान मंडल में तीन जिले आते हैं। इन जिलों के नाम पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम है। इन तीनों जिलों में 14 विधानसभा सीटें हैं।
रामदास सोरेन संथाल आदिवासी समुदाय से आते हैं। वह पूर्वी सिंहभूम जिले के जिला अध्यक्ष भी हैं। रामदास सोरेन भी कई बार आंदोलन के दौरान जेल में जा चुके हैं और उन्होंने अपनी राजनीति निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर शुरू की थी। साल 2005 में रामदास सोरेन ने पहली बार निर्दलीय चुनाव लड़ा था और हार गए थे। इसके बाद 2009 में वह जेएमएम के टिकट पर घाटशिला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 2014 के चुनाव में रामदास सोरेन को भाजपा से हरा मिली थी।
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