ED: साहिबगंज-1000 करोड़ के अवैध खनन और मनी लाउंड्रिंग मामले की जांच कर रही ईडी की टीम ने एक बार फिर साहिबगंज में दस्तक दी है. इस बार ईडी की टीम मार्च 2022 में मनिहारी-साहिबगंज फेरी सेवा में चल रहे जहाज पर फायरिंग मामले को ईडी कोर्ट में ट्रांसफर करने के लिए आयी.
इसी मामले में बुधवार की सुबह ईडी की दो सदस्यीय टीम में शामिल एक अधिवक्ता और एक पदाधिकारी साहिबगंज पहुंचे. ईडी के अधिकारी डीजे-3 कोर्ट पहुंच कर मुफस्सिल थाना कांड संख्या 28/22 तथा 29/22 को ईडी कोर्ट में ट्रांसफर करने को लेकर आवेदन दिया है. ईडी जहाज पर फायरिंग मामले को अंतरराज्यीय फेरी सेवा की बंदोबस्ती में लेन-देन को जोड़ कर देख रही है. पूर्व में भी इसी मामले को लेकर ईडी की टीम साहिबगंज पहुंची थी.
कितनी बार कोर्ट गयी टीम?
सुबह 10.30 बजे वन विभाग के रेस्ट हाउस से निकल कर ईडी के अधिकारी करीब 11 बजे कोर्ट पहुंचे. करीब दो घंटे तक कोर्ट परिसर में रुकने के बाद एक बार फिर रेस्ट हाउस आये. यहां से कुछ कागजात लेकर एक बार फिर कोर्ट पहुंचे. इस बार करीब 45 मिनट में कोर्ट में रुकने के बाद फाइल का एक बड़ा बंडल लेकर ईडी के अधिकारी वहां से निकल गये. ईडी की टीम ने केस ट्रांसफर को लेकर अदालत में अर्जी दी है.
क्या है पूरा मामला?
प्रवर्तन निदेशालय की टीम जिस केस को ट्रांसफर करना चाहती है, दरअसल वह केस मुफस्सिल थाने में दर्ज किया गया है. मार्च 2022 में मनिहारी- साहिबगंज फेरी सेवा में जहाज को प्रस्तुत करने के लिए हावड़ा की रिच एशिया नामक कंपनी से मुंगेरी यादव ने एक जहाज मंगवाया था. बिहार के मुंगेर निवासी मुकेश यादव ने मुफस्सिल थाने में आवेदन देकर आरोप लगाया था कि जहाज पर गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया.
जिसमें उन्होंने दाहु यादव, बच्चू यादव, सुनील यादव, संजय यादव सहित 19 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी थी.इस मामले में मुफस्सिल थाने में कांड संख्या 28/22 दर्ज है. इसी मामले में कांड संख्या 29/22 में दूसरे दिन सकरी गली समदा निवासी नीरज यादव ने मामला दर्ज कराया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि जहाज को वापस ले जाने के क्रम में कुछ लोगों ने फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था
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