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देश में महान दार्शनिक की बात आती है तो डाॅ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का नाम सबसे पहले जुबां पर आता है : कांग्रेस


• मदर टेरेसा ममता की मुरत थी : निसार खान
 

हजारीबाग : जिला कांग्रेस कार्यालय कृष्ण बल्लभ आश्रम में पूर्व राष्ट्रपिता डाॅ. सर्वपल्ली राधाकृष्ण की 136 वीं जयंती शिक्षक दिवस के रूप में व ममता की मुरत मदर टेरेसा की 27 वीं पुण्यतिथि उनके चित्र पर माल्यार्पण कर मनाई गई ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता निसार खान ने कहा कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन 1952 में स्वतंत्र भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति तथा 1962 में भारत के राष्ट्रपति के पद को सुशोभित किया । 1954 में इनहें " भारत रत्न " से सम्मानित किया गया । मदर टेरेसा रोमन कैथोलिक नन थी जिन्होंने 1948 में स्वेच्छा से भारतीय नागरिकता ले ली थी । इन्होंने 1950 में कोलकाता में मिशनरीज आॅफ चैरिटी की स्थापना की ।

कार्यक्रम में महानगर अध्यक्ष मनोज नारायण भगत, लाल बिहारी सिंह, मिथिलेश दुबे, रविन्द्र प्रताप सिंह, सलीम रजा, दिलीप कुमार रवि, जावेद इकबाल, कृष्णदेव प्रसाद सिंह, सदरूल होदा, राशिद खान, कृष्णा किशोर प्रसाद, अनिल भुईंयां, नरसिंह प्रजापति, अजित सिंह, चन्द्र शेखर आजाद, अमृतेष रंजन, अमर सिंह यादव, मो. आशिक रजा, अशोक कुमार, अजित कुमार, अधिवक्ता इजहार हुसैन आदि उपस्थित थे ।

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