हैदराबाद। अभिनेत्री कादंबरी जेठवानी द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के बाद आंध्र प्रदेश सरकार ने तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. जेठवानी के कथित तौर पर एक फिल्म निर्माता और वाईएसआर कांग्रेस के राजनीतिक नेता पर उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद ये निलंबन किए हैं. विवाद उन आरोपों के इर्द-गिर्द केंद्रित है, जिनमें जेठवानी और उनके परिवार को गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तार कर उन्हें परेशान किया गया.
कौन हैं मॉडल-अभिनेत्री कादंबरी जेठवानी?
IMDb प्रोफ़ाइल के अनुसार, 28 वर्षीय मॉडल-अभिनेत्री कादंबरी जेठवानी ने अहमदाबाद के कुलीन स्कूलों में पढ़ाई की और भरतनाट्यम में विशारद की उपाधि प्राप्त की. अपनी माँ की नौकरी के लिए मुंबई जाने के बाद, एक निर्देशक से आकस्मिक मुलाकात ने उन्हें हिंदी फ़िल्म “सड्डा अड्डा” में डेब्यू करने का मौक़ा दिया. बाद में उन्होंने कन्नड़, तेलुगु, मलयालम और पंजाबी फिल्मों में अभिनय किया, जिनमें ओइजा (कन्नड़), आटा (तेलुगु), आई लव मी (मलयालम) और ओह यारा ऐनवयी ऐनवयी लुट गया (पंजाबी) शामिल हैं.
क्यों किया आईपीएस अधिकारियों को निलंबित
निलंबित आईपीएस अधिकारियों में से एक पर अपने पद का दुरुपयोग करने और औपचारिक अपराध दर्ज होने से पहले ही जेठवानी की गिरफ्तारी के मौखिक आदेश देने का आरोप है. यह आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अन्य अधिकारियों को अभिनेत्री को हिरासत में लेने का निर्देश दिया, जिससे कई कार्रवाइयों की श्रृंखला शुरू हो गई, जो अब सवालों के घेरे में हैं. उनका निलंबन गंभीर कदाचार और सत्ता के दुरुपयोग के आरोपों पर आधारित है.
अधिकारियों में से एक को उचित कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किए बिना इन मौखिक निर्देशों का पालन करने के लिए निलंबन का सामना करना पड़ रहा है. 31 जनवरी, 2024 को, उन्होंने कथित तौर पर जेठवानी की गिरफ्तारी का आदेश दिया, भले ही 2 फरवरी तक आधिकारिक प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज नहीं की गई थी. इसके अतिरिक्त, उन्होंने कथित तौर पर लिखित आदेश प्राप्त किए बिना या पूरी तरह से जांच किए बिना गिरफ्तारी को अंजाम देने के लिए अधिकारियों की मुंबई यात्रा की व्यवस्था की. लापरवाही के इस कृत्य को कर्तव्य का गंभीर उल्लंघन माना गया है.
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