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महालक्खी चैरिटेबल ट्रस्ट,संस्थापक अविनाश आर्या चंद्रवंशी ने बरही अनुमंडल स्तरीय 200 शिक्षकों को किया सम्मानित

राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका होती है शिक्षकों की : अविनाश आर्या चंद्रवंशी

बरही: टाउन हॉल बरही में 08 सितम्बर,दिन रविवार को महालक्खी चैरिटेबल ट्रस्ट,संस्थापक अविनाश आर्या चंद्रवंशी द्वारा आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में 200 शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट योगदान और समर्पण के लिए सम्मानित किया गया। यह समारोह शिक्षकों के योगदान को पहचानने और उनके प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए आयोजित किया गया था। शिक्षकों के सम्मान में अविनाश आर्या ने कहा,शिक्षक के गोद से ही तैयार होता है,हर सफल छात्र, शिक्षकों के प्रयास का ही नतीजा है कि आज भारत देश के नौजवान दुनिया में अपना सफल नेतृत्व कर रहे है, साथ ही उन्होंने मुख्य रूप से यह कहा कि,जिस उच्च शिक्षा और रोज़गार के लिए उन्होंने अपनी माटी को छोड़ा,वह जल्द से जल्द उच्च शिक्षा और रोज़गार की व्यवस्था इसी बरही की माटी में करेंगे। समारोह में अतिथि के रूप में बरही अनुमंडल में प्रथम राष्ट्रपति सम्मान प्राप्त पंडित सुखदेव राम के वंशज के रूप में उनकी बहू जमुना देवी,पति स्वर्गीय सत्यदेव प्रेम उर्फ़ बब्बन सिंह हज़ारीबाग़ रोड निवासी,बरही एसडीपीओ सुरजीत कुमार एवं एसडीओ जोहान टुडू, राष्ट्रपति सम्मान पुरस्कृत इसौ सिंह शामिल हुए। एसडीपीओ सुरजीत कुमार कहा कि शिक्षकों का योगदान हमारे समाज के लिए अतुलनीय है।

वे न केवल छात्रों को शिक्षा प्रदान करते हैं बल्कि उन्हें जीवन के मूल्यों और सिद्धांतों के बारे में भी सिखाते हैं। एसडीओ जोहान टुडू कहा शिक्षकों का योगदान हमारे समाज के लिए अमूल्य है। वे न केवल छात्रों को शिक्षा प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें जीवन के मूल्यों और सिद्धांतों के बारे में भी सिखाते हैं। यह सम्मान हमारे समाज के लिए एक प्रेरणा है कि हम अपने शिक्षकों का सम्मान करें और उनके कार्य को महत्व दें। अतिथियों के हाथों शिक्षकों को विनोबा भावे स्मृति चिह्न, सम्मान पत्र और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक हमारे समाज के निर्माता हैं और उनका योगदान अतुलनीय है।


सम्मानित शिक्षकों में बरही अनुमंडल के सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक के शिक्षकगण शामिल थे, जिन्होंने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है। उन्हें उनके योगदान के लिए विनोबा भावे स्मृति चिह्न, सम्मान पत्र और अंगवस्त्र देकर दिए गए। महालक्खी चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक अविनाश आर्या चंद्रवंशी ने कहा कि "शिक्षक नहीं, ज्ञान के स्रोत हैं", बल्कि वे हमारे समाज के निर्माता भी हैं। वे न केवल छात्रों को शिक्षा प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें जीवन के मूल्यों और सिद्धांतों के बारे में भी सिखाते हैं। आज, हम 200 ऐसे शिक्षकों को सम्मानित कर रहे हैं जिन्होंने अपने कार्य में उत्कृष्टता प्राप्त की है और हमारे समाज को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हमें उम्मीद है कि यह सम्मान उन्हें और भी प्रेरित करेगा और उन्हें अपने कार्य में और भी उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा।

इस समारोह में बरही अनुमंडल के पप्पू चंद्रवंशी,सुनील दत्त, चन्द्रभूषण साव, ईश्वर सिंह ,जगदीश सिंह,रितेश गुप्ता ,सुजीत कुमार, पिंटो,चंद्रमोहन ,निराज चंद्रवंशी,नितेश प्रजापति,अमित कुमार, सुरेंदर दास, जगरनाथ सिंह, जनार्दन सिंह , चंदन कुमार, सिराज ख़ान और क्षेत्र के कोने कोने से आए शिक्षक और गणमान्य लोग उपस्थित थे।


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