हजारीबाग: झारखंड राज्य के उत्पाद विभाग की सिपाही भर्ती अब में कई लोगों की मौत हो चुकी है. हजारीबाग में एक सप्ताह के अंदर दो अभ्यर्थी की मौत दौड़ लगाने के दौरान हो गई. वहीं, 12 से अधिक अभ्यर्थी इस दौरान घायल हुए हैं. जिनका इलाज मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है. झारखंड राज्य के उत्पाद विभाग की सिपाही भर्ती की फिजिकल परीक्षा में भाग लेने गए गिरिडीह निवासी सूरज कुमार वर्मा की मौत दौड़ लगाने के दौरान हो गई. वहीं, 23 अगस्त को महेश कुमार मांडू निवासी की भी मौत दौड़ लगाने के दौरान हो गई थी. जबकि एक सप्ताह के अंदर एक दर्जन से अधिक अभ्यर्थी घायल हुए हैं.
झारखंड राज्य के हजारीबाग जिले के पदमा में उत्पाद विभाग के सिपाही भर्ती की परीक्षा बीते एक सप्ताह से चल रही है.ऑक्सीजन नहीं मिलने पर अभ्यर्थी की गई जानबताया जाता है कि सूरज कुमार दौड़ के दौरान क्वालीफाई भी कर गए थे. उस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई. एक अभ्यर्थी ने बताया कि परीक्षा स्थल पर स्वास्थ्य लाभ देने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई थी. इस कारण उसकी मौत हो गई. उनके साथ उनके कई मित्र भी दौड़ लगाने के लिए पहुंचे थे. इसमें से एक अभ्यर्थी ने जानकारी देते हुए कहा कि अगर इन्हें समय पर ऑक्सीजन मिल जाता तो आज उसका दोस्त जिंदा रहता है. इसे लेकर सरकार पर हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए.
दौड़ बन रहा मौत का कारण:
भाजपा नेताअभ्यर्थियों का कहना है कि पहले लिखित परीक्षा होती फिर फिजिकल की परीक्षा होती तो इतनी भीड़ भी नहीं होती. रात से ही वहां लंबी-लंबी लाइनों में लगाया जाता है. पानी की भी व्यवस्था नहीं है और लोग भूखे प्यासे दौड़ रहे हैं. जिसके कारण इस तरह की घटना घट रही है.वहीं, इस घटना की जानकारी मिलने के बाद भाजपा नेता प्रदीप प्रसाद भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे. उन्होंने घटना पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि रोजगार देना यह सरकार की प्राथमिकता है. लेकिन जो तरीके झारखंड सरकार ने तैयार किया है, वह अब मौत का कारण बन रहा है. सरकार को भर्ती प्रक्रिया बदलने की जरूरत है.
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