सावन के पवित्र माह की शुरुआत आज सोमवार से शुरु हुई. जानकारों की माने तो ऐसा संयोग 72 सालों के बाद हुआ है. इस दौरान रांची के पहाड़ी मंदिर में रात 1 बजे से ही श्रद्धालु कतार में लगे दिखे. सुबह तीन बजे पूजा के बाद मंदिर के पट भक्तों के लिए खोले गए.
रांची: सावन की पहली सोमवारी या कहें कि पहली सोमवारी से ही सावन की शुरुआत हुई है। ऐसे में अहले सुबह से ही राजधानी रांची के विभिन्न शिवालयों में बाबा भोले के जलाभिषेक और पूजा -अर्चना को लेकर शिव भक्तों की भीड़ देखी जा रही है।
राजधानी रांची के ऐतिहासिक पहाड़ी मंदिर में सुबह से ही जलाभिषेक को लेकर लोगों का हुजूम उमड़ा है। मंदिर के गर्भगृह का पट खुलते ही अर्घा के जरिए जलार्पण भी शुरू कर दिया गया है। सावन की पहली सोमवारी यानी आज के दिन को भगवान शिव का प्रिय दिन माना जाता है। इस बार सावन में 5 सोमवार होंगे जो भक्तों के लिए भगवान शिव की आराधना और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने का विशेष अवसर होगा। पांच सोमवार होने से भक्तों को भगवान शिव की पूजा-अर्चना और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेने के लिए अधिक अवसर मिलेंगे। चूंकि सोमवार से ही सावन की शुरुआत हुई है तो ऐसे में शिव भक्तों के लिए इसका खास महत्व है।
बात दें कि राजधानी स्थित पहाड़ी मंदिर को मिनी देवघर भी कहा जाता है। पहाड़ी मंदिर में भी देवघर की तरह ही अर्घा के जरिए जलार्पण किया जाता है। पहाड़ी मंदिर रांची में पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। मंदिर तक पहुंचने के लिए 468 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। मंदिर से पूरा रांची शहर देखा जा सकता है। शिवरात्रि के अवसर पर भी यहां शिव भक्तों की भारी भीड़ होती है।
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