खटिया पर झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था
डेलीखबर99 (लातेहार) : जिले में महुआडांड प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत बसेरिया गांव की एक महिला को खटिया पर अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि शांति कुज्जुर को चारपाई पर अस्पताल ले जाने के लिए विवश होना पड़ा क्योंकि महुआडांड प्रखंड के बसेरिया गांव में सड़क की खराब स्थिति के कारण एंबुलेंस नहीं आ पा रही थी। स्थानीय प्रखंड विकास अधिकारी अमरेन डांग ने घटना को बहुत दुखद बताते हुए कहा कि वह इसका ब्योरा जुटा रहे हैं।
महिला को चारपाई पर लादकर 4 किलोमीटर दूर ले गए परिजन
बीडीओ ने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर सड़क निर्माण सहित ग्रामीणों की सभी बुनियादी समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाएगा। आदिवासी महिला पिछले कुछ दिनों से बुखार और बदन दर्द से पीड़ित थी और सोमवार सुबह उसने सीने में दर्द की शिकायत की। उसके पति रेमिश मिंज और अन्य रिश्तेदार उसे कंधे पर चारपाई पर लादकर करीब चार किलोमीटर दूर अस्पताल ले गए। यद्यपि पास में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है। लेकिन कथित तौर पर वहां कोई आधारभूत सुविधाएं नहीं है।
अस्पताल पहुंचने से पहले ही महिला की मौत
महुआडांड अस्पताल के प्रभारी डॉ अमित खालको ने बताया कि मरीज की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो चुकी थी। उनके अनुसार उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई। दुरूप पंचायत के पूर्व पंचायत समिति सदस्य धर्मेंद्र सिंह ने दावा किया कि क्षेत्र में एक उचित सड़क की ग्रामीणों की मांग पर प्रशासन ने दशकों तक कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि यदि मुख्य सड़क से जुड़ने वाली कोई उचित संपर्क सड़क होती तो शायद वह अब जीवित होती।
जिला परिषद सदस्य इस्तेला नगेशिया ने भी घटना पर शोक जताया उन्होंने कहा कि आदिवासी महिला की इस तरह से मौत होना चिंता का विषय है। दुरूप पंचायत की मुखिया ऊषा खलखो ने भी घटना को दुखद बताया।
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