समय से ईलाज प्रारंभ हो चुका है, स्थिति हो रहे है सामान्य, खान पान पर लोगो को देना होगा ध्यान : डॉ ज्ञानी
बरही: बीते रात से प्रखंड के बेंदगी गांव में सैकड़ों ग्रामीणों में अचानक उल्टी, दस्त, पेट दर्द और बुखार के शिकायत से पूरे गांव में खलबली मच गई. रात भर स्थानीय प्रैक्टिशनर के भरोसे इलाज चला, जब स्थिति बेकाबू हुई तो शनिवार की सुबह 9 बजे से अनुमंडलीय अस्पताल में मरीज आने लगे.जो देर शाम तक चलता रहा. जिनका डीएस डॉ प्रकाश ज्ञानी, डॉ इंद्रजीत कुमार व डॉ अमन कुमार की टीम समुचित ईलाज प्रारंभ हुआ. जानकारी होते ही स्थानीय मुखिया सिकंदर राणा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष रमेश ठाकुर, झामुमो विस प्रभारी बिनोद विश्वकर्मा अनुसूचित जाति विभाग के प्रखण्ड अध्यक्ष कार्तिक पासवान अस्पताल पहुंचकर वस्तुस्थिति से अवगत हुए. साथ ही चिकत्सकों से मिलकर समुचित ईलाज में करवाने में सहयोग किया. मुखिया श्री राणा ने बताया कि गांव के मंडप में पिछले दो दिन से पूजा चल रहा था. इसी क्रम में शुक्रवार को अखंड कीर्तन के समाप्ति के उपरांत सुजी के हलवा और चना का प्रसाद वितरण किया गया. देर रात से लोग बीमार होने लगे. जानकारी मिलते ही उचित इलाज़ प्रारंभ करवाया जा रहा है. अब तक लगभग दो सौ बच्चे, बूढ़े, महिल आदि ग्रामीण इसके चपेट में आ चुके हैं जो अब तक सिलसिला जारी है.
ग्रामीण युवक दिलीप रजक ने बताया कि हलवा के लिए कई दिनों से रखी गई चीनी का उपयोग किया गया था. साथ ही हलवा गिला और अधपका था. जिसे खाने के बाद देर रात से पेट दर्द, उल्टी और दस्त प्रारंभ हो गए. देखते ही देखते गांव के लाभाग लोग बीमार हो गए और देर रात से ही गांव में अफरा तफरी मचने लगी.
ग्रामीणों ने कहा ग्रामीणों ने यह भी बताया कि बीमार होने वाले में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो प्रसाद ग्रहण भी नही किए थे. इसके अलावा उनके गांव के अलावा अन्य गांव के लोगो ने भी प्रसाद खाए. जो सभी सामान्य है. समस्या सिर्फ बेंदगी वासी के साथ ही हुई है. जो विचारनीय और गंभीर विषय है.
चिकित्सक ने बताया: डीएस डॉ ज्ञानी ने बताया कि मामला फूड पॉयजनिंग, हिट एक्सॉर्शन और मौसम के दुष्प्रभाव का है. बहुत देर तक उपवास के बाद प्रसाद ग्रहण करना साथ ही मौसम का विपरित रहना इसका मुख्य कारण है. समय से इलाज प्रारंभ हो चुका है. चिंता की कोई बात नही है. धीरे धीरे स्थिति सामान्य हो रहे हैं. उन्होंने लोगो को हिदायत देते हुए बताया कि इस प्रकार के मौसम में अधपके और तेलीय पदार्थ खाने से परहेज करनी चाहिए.
इलाजरत ग्रामीण: अजीत कुमार पिता महादेव यादव 30 वर्ष, प्रदीप कुमार पिता महादेव यादव 28 वर्ष, विनीता कुमारी पिता महादेव यादव बेंदगी 21 वर्ष, सरिता देवी सुनील यादव 28 वर्ष, शिवम कुमार 7 वर्ष, सुनील यादव बेंदगी, सुरेंद्र साव 34 वर्ष स्व जगदीश साव बेंदगी, अनिता देवी 35 वर्ष पति विजय गुप्ता बेंदगी, सोनाली कुमारी 12 वर्ष सुनील कुमार यादव बेंदगी, नारायण रजक 55 वर्ष कुज्जू रजक बेंदगी, काजल कुमारी 17 वर्ष पिता प्रकाश याद, रवि कुमार 14 वर्ष पिता प्रकाश यादव, शांति मोसोमात पति विस्वास साव, सोनी देवी 45 वर्ष शंभू रजक, सर्वेश कुमार 8 वर्ष कैलाश कुमार बंदगी, आदर्श कुमार 10 वर्ष पिता संजय रजक, मोनिका कुमारी 19 वर्ष संजय रजक, मंजू देवी राजकुमार राम उम्र 45 वर्ष, राजकुमार राम पिता मांगर राम उम्र 50 वर्ष, आशीष कुमार 19 वर्ष प्रकाश यादव सभी बेंदगी निवासी हैं। इसके अलावा सुनील यादव पिता बलवीर सिंह यूपी निवासी, धनवार निवासी मो कुदुस 40 वर्ष पिता मो इस्माइल, मो राज 29 वर्ष पिता मो हदीस शामिल है.
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