घटना चौपारण प्रखण्ड के बसरिया पंचायत का मामला
हजारीबाग : झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना गरीबों का भी तीन कमरों वाला पक्का मकान हो अपना का सपना अबुआ आवास के तौर पर सरकार उपलब्ध करवा रही है। पर सरकार के इस महत्वाकांक्षी योजना के आवंटन आए दिन कई मामले चौपारण प्रखण्ड में भी प्रकाश में आ रहे हैं। ऐसा ही मामला प्रखण्ड के बसरिया पंचायत से आ रहा है। जहां एक महिला ने बसरिया पंचायत के पंचायत समिति सदस्य के पति पर अबुआ आवास दिलवाने के नाम पर पैसे लेने का आरोप लगाई है।
महिला ने बीडीओ को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है
बीडीओ को दिए गए आवेदन में पीड़ित आवेदिका नेवरी देवी पति जगदीश तुरी ग्राम बारेताम, पंचायत- बसरिया, प्रखंड चौपारण ने बताया है कि पंचायत बसरिया की पंचायत समिति काजल कुमारी के पति भोला पासवान के द्वारा बहला फुसला कर अबुआ आवास दिलाने के नाम पर बीस हजार रूपये (₹20000) हमसे लिया और जब मैं दिया हुआ पैसा वापस मांगी तो पैसा देने से इनकार कर गया और बोलता है पैसा वापस नहीं होगा। पंचायत समिति के पति भोला पासवान ने हम सब परिवार को धमकी देता है कि जहाँ भी शिकायत करना है वहाँ कर लो पैसा वापस नहीं मिलेगा।पीड़िता ने आगे कहा कि मैं गरीब महिला हूँ। उक्क्त कार्य के लिए पीड़िता ने पंचायत समिति के ऊपर कार्यवाही करने का आग्रह की है।
क्या कहते हैं पंचायत समिति सदस्य के पति
बसरिया पंचायत समिति सदस्य के पति भोला पासवान ने बताया कि मेरे ऊपर लगा आरोप बिल्कुल निराधार है। मेरे द्वारा अबुआ आवास के दिलाने के नाम पर कोई पैसा नहीं लिया गया है। पंचायती चुनाव में चुनाव लड़ने के दौरान नेवरी देवी के पुत्र दीपक तुरी से 10000 रु कर्ज के तौर पर लिए थे पर आर्थिक तंगी के कारण मैं अब तक पैसा वापस नहीं कर पाया हूं। जिसके बाद उसकी माँ बोली कि मेरा अबुआ आवास करवा दीजिए। तो हम बोले कि हमारे कार्य क्षेत्र से बाहर है,लेकिन प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि आवेदिका का पक्का मकान भी है।मेरे ऊपर लगा आरोप किसी के बहकावे में आकर लगाया गया। चुनाव के समय अजय पासवान से 13000 , सेंटु पासवान से भी 4000 रु उधार लिए थे। जिसे भी देना बाकी है।
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