विष्णुगढ़। केंद्र सरकार और राज्य सरकार से आमजनों के हित एवं विकास के लिए योजनायें बनती है,और उसे धरातल पर उतारती भी है। परन्तु उन योजनाओ पर ठेकेदार एवं भ्रष्ट अधिकारियों की भेंट चढ़ना अब आम हो गया या यूँ कहे सरेआम हो गया है। विष्णुगढ़ अखाड़ा चौक बस स्टॉप से लेकर तैलिक वैश्य धर्मशाला की दाहिनी ओर पुलिया तक नाले का काम होना था,कार्य हुआ भी परन्तु अधूरा, जिसका नतीजा यह है,कि अधूरे नाली निर्माण की वजह से करोंज मोड़ तैलिक वैश्य धर्मशाला की दाहिनी ओर प्रखंड में मानसून की दूसरी बारिश पानी के तेज बहाव की वजह से मिट्टी का कटाव तेजी से हुआ जिसकी वजह से हाईवोल्टेज 11 हजार का पोल गिर कर क्षतिग्रस्त हो गया। आने वाले दिनों में और दो लोहे के पोल से गुजर रही हाईवोल्टेज 11 हजार के पोल गिर जायेंगे इसमें कोई शक संदेह नही है। पुराने सीमेंट की पोल से गुजरे हाईवोल्टेज की तार आस-पास की छतों से होकर गुजरी है,जिसके गिरने से जान माल की भी भारी क्षति होगी। अगर ऐसा होता है,तो इस होने वाली घटना का जिम्मेदार कौन होगा?नाली के अधूरे कार्य की वजह से बारिश का पानी एवं नाले का पानी नए बने भवनों में घुस रहा है,जलजमाव की वजह से बीमारियों के उत्पन्न होने की संभावना भी प्रबल बनी हुई है।लाखो की लागत से बनी नाली भी अनियमितता का शिकार है, तयमानदंडों के अनुसार कार्य भी नही हुआ जिसका ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया,जिसकी वजह से ठेकेदार अधूरे नाली निर्माण कार्य को छोड़कर भाग गया। नाली निर्माण कार्य मे संलिप्त ठेकेदार अपनी ऊँची पहुँच का ग्रामीणों को धौस दिखाकर कार्य पूरा नही करने की बात भी कही।यह सिर्फ एक घटना नही है,अपितु हर विकास कार्य की यही कहानी है। विकास कार्य से जुड़े उच्चाधिकारियों से कहना है,इन प्रकरणों को देख कर उचित कार्यवाही जरूर करनी चाहिए जिससे विकास कार्य आमजनों तक पहुँचे।
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