एक मोटर के सहारे दो-तीन घरों में पहुंच रहा पानी जबकि हरिजन टोला के अन्य घरों के लोग गड्ढे में जमाव पानी पीने को है विवश
पत्थलगड़ा/चतरा: पत्थलगड़ा प्रखंड के मेराल पंचायत अंतर्गत खैरा गांव में लगाए गए करोड़ों रुपए की लागत से जल मीनार बेकार पड़ा हुआ है। जहां एक ओर सरकार द्वारा महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल जल योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में शुद्ध पेयजल की सुविधा दिया जा रहा है तो वहीं पत्थलगड़ा प्रखंड क्षेत्र में यह योजना कारागार की बजाय हाथी की दांत साबित हो रहा है। अगर देखा जाए तो खैरा गांव में शुद्ध पेयजल की समस्या बरकरार है। तथा कई चापाकल मरम्मती के अभाव में वर्षों से बेकार पड़ा है। ग्रामीणों के अथक प्रयास के बावजूद भी यहां शुद्ध पेय जल की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। मिली जानकारी के अनुसार खैरा गांव में 2021-22 ई. में जल मीनार बना है लेकिन यहां के ग्रामीण अभी तक बूंद-बूंद शुद्ध पेयजल को तरस रहे हैं। पेयजल आपूर्ति को सुचारु रूप से चालू नहीं किया जाना विभागीय अधिकारियों की उदासीनता का सबसे बड़ा घोतक है। इस प्रचंड गर्मी में खैरा के ग्रामीणो द्वारा गड्ढे में जमा एक जल मीनार का पानी पीने को विवश हैं। वहीं खैरा के ग्रामीण समाजसेवी व भाजपा नेता सुरेंद्र साव व संजय भुइयां ने बताया कि गांव में करोड़ों रुपए से बने जलमीनार से प्रत्येक घरों में शुद्ध पेयजल नल की सुविधा के लिए प्रत्येक घरों में पाइप बिछा कर नल लगा दिया गया था, लेकिन संवेदक के द्वारा घटिया काम कराकर पूर्ण कर दिया गया। जब से जल मीनार बना है तब से आज तक एक भी बूंद शुद्ध पेयजल की नसीब नहीं हुई।
तथा जलमीनार बना है तब से आज तक एक ही मोटर से पानी सप्लाई दिया जाता है। बनाए गए जलमीनार की समस्या यह है कि दो से तीन घरों में ही पानी आता है जबकि हरिजन टोला की रोड पर ही लगे नोजल को टूट जाने के कारण गड्ढे में जमाव पानी को निकालकर पीने को विवश तक हैं। आगे बताया गया कि हरिजन टोला में एक ही चापाकल है जो मरम्मती के अभाव में वर्षों से बेकार पड़ा है। खैरा के ग्रामीणों ने बताया कि कई बार वरीय अधिकारियों एवं स्थानीय जन-प्रतिनिधियों को भी इस बारे में सूचना दिया गया था लेकिन आज तक जलमीनार एवं चापाकल की समस्या से निजात नहीं दिलाया गया। वहीं मेराल पंचायत के मुखिया पति संजय रविदास ने दूरभाष पर बताया कि संवेदक एवं पीएचईडी विभाग तथा विधायक को भी इसकी सूचना दिया गया था। जिसपर उनके द्वारा बताया गया कि चुनाव के बाद जलमीनार और सभी प्रखंड क्षेत्र के चापाकलों को दुरुस्त किया जाएगा। किंतु आज तक इसी तरह आश्वासन देकर ही चुप करा दिया जाता रहा है। उक्त मौके पर बजरंगी भुईया, बसंती देवी, मुनिया देवी, सुषमा देवी, पतिया देवी सहित दर्जनों महिला एवं पुरुष व बच्चे मौजूद थें।
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