बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में झारखंड की बेटी अंकिता चौधरी ने परचम लहराया है. महज 8 महीने की तैयारी और पहले प्रयास में ही अंकिता ने यह सफलता हासिल की है. प्रभात खबर से बातचीत में अंकिता ने अपना सक्सेस मंत्र बताया है.
डेली खबर 99 से बातचीत के दौरान अंकिता ने क्या-क्या बताया :
- यह मेरा पहला प्रयास था, जिसमें मुझे सफलता मिली है. मैं बीपीएससी 68वीं की मेंस और 69वीं की प्रारंभिक परीक्षा भी दी है, जिसके रिजल्ट का इंतजार कर रही हूं.
मैंने इस परीक्षा के लिए आठ महीने पहले ही तैयारी शुरू की. 3 महीना प्रारंभिक परीक्षा के लिए मिला था, 2 महीने का टाइम मेंस के लिए था. उसी में मैंने तैयारी की मेंस से इंटरव्यू तक का समय बहुत ही लंबा था. इंटरव्यू तक के लिए बहुत ही मन को शांत रखते हुए तैयारी की थी.
ज्यादातर सेल्फ स्टडी किया, कुछ कोचिंग मैटेरियल ऑनलाइन लिया था. एक दो टेस्ट सीरीज में मैंने इनरोल किया था.
पूरे परिवार के लोगों ने मुझे प्रेरित किया, हिम्मत बंधाया जिसके बदौलत मैंने आज यह मुकाम हासिल किया है. मेरी उपलब्धि का श्रेय किसी एक व्यक्ति को नहीं बल्कि पूरे परिवार को जाता है, जिन्होंने मुझे संघर्ष करना सिखाया. मेरे दादा ने शुरू से हम बच्चों को श्रम करने के लिए प्रेरित किया, मैंने अपने चाचा और पिता को भी संघर्ष करते देखा, जिससे मुझे प्रेरणा मिली.
मुझे प्रशासनिक सेवा में आने की प्रेरणा उस वक्त मिली, जब मैं जीविका में बीपीएम के पद पर कार्य कर रही थी, वहां महिलाओं के लिए काम करने का अवसर मिला. वहीं से मुझे प्रेरणा मिली कि मैं इस परीक्षा में शामिल होकर सफलता अर्जित करूं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सकूं.
अंकिता चौधरी ने दिए टिप्स
- निरंतर परिश्रम करते रहना चाहिए, दिमाग को शांत चित करके अनुशासन के साथ पढ़ाई करने की जरूरत है.
- जरूरी नहीं है कि आप 10 से 15 घंटे पढ़ाई करें. अगर आप 5 घंटे ही पढ़ाई कर रहे हैं तो एकाग्रचित होकर पूरी डिसिप्लिन के साथ पढ़ाई करें तो सफलता निश्चित रूप से मिलेगी.
- जिनको सफलता नहीं मिली है, वह भी ज्यादा विचलित नहीं हो और अपने प्रयास को जारी रखें. इस प्रयास में आप स्वयं को हिम्मत तो रखनी ही चाहिए और परिवार वाले भी इन्हें प्रोत्साहित करते रहें.
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