बैजू गहलोत
● मुखिया प्रतिनिधि ने कराया छठ घाट की साफ सफाई
Hazaribagh : चौपारण चार दिवसीय आस्था का महापर्व छठ में साफ सफाई एवं शुद्धता का विशेष महत्व है। इसको लेकर सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाएं पूरी धर्मिता के साथ छठ घाट की सफाई से लेकर घाट जाने वाले सभी मार्गों का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को बरही एसडीओ पूनम कुजुर एवं एसडीपीओ नाजिर अख्तर चौपारण के ताजपुर स्थित प्रसिद्ध छठ घाट पहुंच कर बारीकी से निरीक्षण किए।
ज्ञात है कालांतर में ताजपुर छठ घाट तलाब में लगभग 200 वर्षो से छठ पूजा किया जा रहा है, 200 वर्षो से पहले ताजपुर तालाब के सामने एक पीपल का पेड़ में बज्र गिरने के कारण पेड़ की कटाई एवं साफ सफाई करने के क्रम में एक शिवलिंग मिला और उसी स्थान पर तत्कालीन ज़म्मिन्दर झगरू साव के द्वारा शिव मंदिर का निर्माण कराया था ,उसी पवित्र शिव मंदिर के सामने गड्डा नुमा तलाब था उस तालाब में सबसे पहले एक निसंतान महिला ने आराध्य देव भगवान भास्कर की आराधना पानी मे खड़ा हो कर करती थी ,बाद में उस महिला को 55 वर्ष में एक पुत्र पैदा हुवा उसके बाद उस स्थान का महत्व बढ़ने लगा और दूर दूर से तालाब में आकर छठ पूजा करने की परम्परा चालू हो गया ।
सन 1955 -56 में स्थानीय मुखिया रघुनी लाल के द्वारा सरकारी खर्च पर तालाब का गहरीकरण का कार्य कराया गया था ।उसके बाद से आजतक छठ पूजा होती आ रही है ।छठ घाट निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने छठ पूजा समिति के सदस्यों से बातचीत कर छठ घाट एवं घाट आने जाने वाले सभी मार्गों की सफाई का जायजा लिया।
मौके पर अधिकारियों ने कहा कि छठ महापर्व में आस्था का जनसैलाब उमड़ता है। पुरी शुद्धता के साथ छठ वर्ती अपने आराध्य देव भगवान भास्कर की पूजा अर्चना करते हैं। इसलिए इस पर्व में सफाई की विशेष महत्व है।
बाद में अधिकारियों ने चौपारण के अन्य छठ घाट का भी निरीक्षण किया। मौके पर मुखिया प्रतिनिधि अभिमन्यू प्रसाद भगत,शिव कुमार सिंह,अजय राय,महेश केसरी, राजेश केसरी,संजीत कुमार उर्फ सीताराम, सोनू कुमार, अजय पासवान, संतोष चंद्रवंसी, अनिल कुमार केसरी,भोला प्रसाद केसरी सहित कई लोग उपस्थित थे।
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