- एनटीपीसी को मिली संरक्षण एवं स्थल विकास की जिम्मेवारी, अनुमानित खर्च की पहली किस्त उपायुक्त नैंसी सहाय को सौंपी
- "मेगालिथ पार्क" के निर्माण से स्थानीय क्षेत्र बनेगा पर्यटन का मुख्य केंद्र: उपायुक्त
Hazaribagh : बड़कागांव प्रखंड के पकरी बरवाडीह स्थित सुप्रसिद्ध मेगालिथ खगोलीय विज्ञान का भारत के सबसे प्राचीन मेगालिथ में से एक है। अनुमानतः यह कम से कम 3000 साल पुराना है। प्राचीन काल में इसका उपयोग विषुव का निरीक्षण करने के लिए किया जाता था,जब दिन और रात बराबर होते थे। इस स्थान पर दो प्रमुख मेन्हीर यानी खड़े पत्थर हैं, जो अंग्रेजी वर्णमाला के वी(V) आकार बनाते हैं। विषुव के दिनों में, सूर्य इन दोनों पत्थरों के ठीक बीच में उगता है, जिससे एक शानदार दृश्य बनता है।
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उक्त जानकारी का आशय यह है कि यह ऐतिहासिक स्थल बड़कागाँव एनटीपीसी कोल परियोजना क्षेत्र के अंर्तगत आता है,जिसके संरक्षण तथा इस स्थल के विकास के लिए एनटीपीसी पकरी बरवाडीह ने आने वाले खर्च की पहली किस्त उपायुक्त नैंसी सहाय को सौंपी। बड़कागांव में "मेगालिथ पार्क" के विकास के लिए 300 लाख रुपये (3 करोड़ रुपये) की कुल प्रतिबद्ध राशि में से 50 लाख रुपये का चेक जीएम (एलए/आर&आर/सीएसआर) नीरज जलोटा एचओपी पीबीसीएमपी ने उपायुक्त को सौंपी।
इस दौरान विद्या भूषण कुमार, अपर समाहर्ता सह अनुमंडल दंडाधिकारी भी मौजूद रहे।
यह निधि बड़कागांव ब्लॉक के पकरी बरवाडीह में स्थित विरासत स्थल के संरक्षण में मदद करेगी, साथ ही इस प्राचीन पूर्व-ऐतिहासिक स्मारक के कारण बड़कागांव को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
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