● गिद्धौर से शुरू हुआ डांडिया गरबा अब पूरे जिले में मचा रहा है धूम
(Chatra) गिद्धौर: प्रखंड मुख्यालय में नौ दिनों तक आयोजित होने वाला डांडिया-गरबा नृत्य का विधिवत उद्घाटन श्रम, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने रविवार की देर शाम दीप प्रज्वलित कर किया।उन्होंने कहा डांडिया गरबा नृत्य के बगैर अब पूरे जिले में दुर्गा पूजा अधूरा महसूस करता है।गिद्धौर से शुरू हुआ डांडिया गरबा नृत्य आज पूरे जिले में धूम मचा रहा है। डांडिया गरबा नृत्य से दुर्गा पूजा महोत्सव में चार चांद लग जाता है। नौ दिनों तक कार्यक्रम आयोजित होने से गांव में चहल-पहल के साथ-साथ उत्साह का माहौल बना रहता है।
उन्होंने डांडिया गरबा नृत्य प्रस्तुत करने वाले छोटे बड़े कलाकारों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं भी दिया।तत्पश्चात जय जय संतोषी माता, जय जय मां.. हे नाम रे. सबसे बड़ा तेरा नाम शेरावाली. ऊंचे डेरों वाली. बिगड़ी बना दे मेरे काम.. गणपति आयो बाप्पा. रिद्धि सिद्धि लायो रे. के भक्ति संगीत के साथ डांडिया गरबा की शुरुआत की गई। बताते चले की प्रत्येक दिन रात्रि 7:00 से 9:00 बजे तक आयोजित की जाती है। गिद्धौर के अलावे पत्थलगड़ा, इटखोरी,चतरा सहित अन्य प्रखंड के गांवों के लोग डांडिया गरबा नृत्य देखने को लेकर पंहुच रहे हैं।कलाकारों द्वारा खोरठा, नागपुरी,हिंदी भक्ति,गुजराती व मराठी सहित अन्य गानों पर एक से बढ़कर एक नृत्य प्रस्तुत किया जा रहा है।उद्घाटन के मौके पर सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष कमलेश कुमार,उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार जीतू,सचिव कपिल कुमार,कोषाध्यक्ष मनोज कुमार कुशवाहा, प्रवक्ता परमेश्वर दांगी, डांडिया गरबा समिति के अध्यक्ष प्रेम राणा,महेश राणा,देवदीप पासवान, यदुनंदन पांडेय,मुखिया निर्मला देवी,पंस सदस्य सरिता देवी,राजसभा सदस्य प्रतिनिधि सत्येंद्र कुमार दांगी,ईश्वर दांगी,बबलू कुमार साव,लखन दांगी,राजू लाल वर्मा,थाना प्रभारी गुलाम सरवर सहित अन्य थे।
2011 से प्रारंभ हुआ डांडिया-गरबा नृत्य
डांडिया-गरबा नृत्य मुख्य रूप से गुजरात व महाराष्ट्र का है। इसकी शुरुआत 2011 में यहां की गई। नृत्य की शुरुआत भी गुजरात व महाराष्ट्र में रह रहे गिद्धौर के प्रकाश दांगी,बसंत दांगी, महेश राणा,धनेश्वर दांगी, भुनेश्वर दांगी,विजय दांगी, कमलेश कुमार,यदुनंदन पांडेय,संतोष कुमार गुरुदेव, दीपेंद्र सोनी,देवदीप पासवान,अनिल कुमार,धनेश्वर दांगी,लक्ष्मण दांगी सहित अन्य युवाओं द्वारा किया गया था। शुरुआत दौर में थोड़ी परेशानी हुई। परंतु आज यह वृहत रूप ले लिया है। दूसरे वर्ष से सार्वजानिक दुर्गा पूजा समिति द्वारा भरपूर सहयोग मिलने लगा। अब गरबा डांडिया नृत्य के आयोजन में युवाओं के साथ-साथ युवतियां भी बढ़-चढ़ कर भाग ले रही हैं, इससे आयोजन में निखार व चार चांद लगा रहा है
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