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चौपारण सियरकोनी बना वीरान वन भूमि पर वर्षों से स्थापित ढाबा एवं लाइन होटलों पर चला वन विभाग का बुलडोजर,हाई कोर्ट के आदेश पर हुआ कार्रवाई

Hazaribagh : (चौपारण) हजारीबाग के चौपारण एनएचटू किनारे वन भूमि पर वर्षों से संचालित ढाबा एवं लाइन होटल को वन विभाग ने सोमवार को ध्वस्त कर दिया। वन विभाग के मुताबिक यह कार्रवाई हाई कोर्ट के निर्देश पर किया गया है। इस वन भूमि पर से अतिक्रमण हटाओ अभियान में हजारीबाग पश्चिमी बन प्रमंडल के सहायक वन संरक्षक एके परमार एवं वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में वनकर्मी जिला पुलिस बल के जवान,सीओ,राजस्व कर्मचारी सहित कई अधिकारी शामिल थे.काईवाई सुबह के करीबन 8 बजे से लेकर चार बजे तक लागातार चलता रहा.होटल तोड़ने के वन विभाग ने कई पॉपलेन मशीन एवं जेसीबी लगा रखा था।चौपारण के लोहाबर स्थान से लेकर दनुआ तक करीबन 14 किमी तक वन भूमि पर स्थापित सभी होटल एवं ढाबा,पान गुमटी को ध्वस्त कर दिया। अभी जीटी रोड वीरान दिख रहा है।


पूर्व में दिया गया था नोटिश

वनभूमि पर अतिक्रमण किये होटल संचालकों को कोर्ट के आदेश के बाद लागातार नोटिश कर उन्हें होटल हटाने का आदेश दिया जा चुका था.बावजूद भी वे होटल पर जमें थे.सभी होटल मालिकों को पांच दिन पूर्व नोटिश जारी कर शक्त होटल हटाने का निर्देश वन विभाग ने दिया था फिर भी ये लोग अतिक्रमण पर काबिज रहें.

बेघर हुए कई होटलकर्मी

लोहाबर स्थान के आसपास कई लोग ऐसे है.जो वर्षों से वनभूमि पर होटल स्थापित कर जीविकापार्जन ही नही बल्कि रैनबसेरा बनाकर रह रहे थे.इसके अलावा इन लोगों के पास चौपारण में कहीं जमीन नही है.जहां वे घर बना कर रह सकते है.ये पूर्णरूप से बेघर हो गए है.वन विभाग द्वारा इन्हें भी नोटिश पूर्व में दिया गया था.

सनाटा हुआ दनुआ घाटी 

आपराधिक घटनाओं के लिए एनएचटू पर प्रसिद्ध दनुआ घाटी में ढाबा एवं होटल को ध्वस्त करने के बाद सनाटा पसरा हुआ है.जहां सूर्य ढलते ये घाटी लाइन होटलों के चहलकदमी से रात भर लाइट बती से चकाचौंध रहती थी.वहां बिराना पसरा हुआ है.जीटी रोड से गुजरने वाले जो इन होटलों में एक्सर रुका करते थे.चाय नाश्ता खाना पीना करते थे.उन्हें समझ ही नही आ रहा है.वे गाड़ी रोक रोक कर राहगीरों से पूछे फिर रहें है.

सैंकड़ो लोग हुए बेरोजगार 

होटल टूटने के बाद सैंकड़ो लोगों के सामने बेरोजगारी की स्थिति उतपन्न हो गयी है.होटल मालिकों को परेशानी हुई ही है.उसे ज्यादा परेशान वे लोग हुए जो होटल में स्टॉप के रूप में काम कर रहे थे.जिनका घर परिवार होटल के कमाई से ही चलता था। 

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