Hot Posts

6/recent/ticker-posts

सर्वोच्च न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लिया तब प्रधानंत्री बेवशी में मीडिया से मुखातिब हुए : अम्बा प्रसाद

 

Hazaribagh : झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर जी के निर्देशानुसार आदिवासी महिलाओ के साथ मणिपुर में हुई शर्मनाक घटना के खिलाफ जिला कांग्रेस कार्यालय सभागार कृष्ण बल्लभ में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया।

संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बड़कगांव की विधायक अम्बा प्रसाद ने कहा कि हर महिला का सम्मान बराबर हो लेकिन जब वो महिला किसी भारतीय सेना के उस जवान के साथ हो, जिसने कारगिल की रक्षा की हो, जिसने श्रीलंका में जाकर भारत का मान बढ़या हो तो उस महिला के प्रति अगर हृदय में भाव है और उसकी एक लाईन जो मुझे चुभ गई पीड़ा दे गई कि मैने कारगिल तो बचा लिया पर अपनी पत्नी, अपने बच्चे, अपना गांव नही बचा पाया, ये बात बहुत दूर तक छूती है । 

जिसके मन में महिलाओं के सम्मान होगा जो कुछ मणिपुर में हुआ है उससे वीभत्स कुछ नही हो सकता । पूरा देश का सर झुकाने वाला पूर्वोत्तर जल रहा है ।हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री जी 07 देशों का दौरा मेरी जानकारी में कर आए लेकिन प्रधानमंत्री जी मणिपुर के लिए समय नही नही निकाल पाए या उनको एसा लगता होगा कि मणिपुर में घट रही घटनाएं इतनी महत्वपूर्ण नही है । एक बात याद आती है कि जब रोम रोम जल रहा रहा था तो नीरो बांसुरी बजा रहा था ।

विदेशों में पधानमंत्री जी भाषण बड़ी-बड़ी देते हैं पर मणिपुर के लिए दो शब्द नही थे उनके पास जब सर्वोच्च न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लिया तब प्रधानमंत्री जी बेवशी में मीडिया से मुखातिब हुए । मणिपुर पर कम राजस्थान और छत्तीसगढ़ पर भाषण देकर इस तरही की घटना पर भी राजनीतिकरण करने का काम किया । कम से कम अपील ही कर लेते शांति स्थापित होनी चाहिए । हमे गर्व है अपने नेता राहुल गांधी पर । तमाम व्यवधान के बीच वो गए और  उनको हर समुदाय ने गले से लगाया उन्हें रोकने की कोशिश सरकार की ओर से हुई किन्तु न वो रूके न वो झुके और न डरे । प्रश्न उठता है कि उनकी गुप्त एजेंसियां क्या कर रही थी । 

विपक्ष के विधायकों को डराशे के लिए भाजपा सम्मिलित करने के लिए जो तत्परता दिखाती है वो तत्परता मणिपुर में कहां चली गई । जबकि महिला आयोग, मणिपुर की राज्यपाल तक चिन्ता व्यक्त कर चुकी लेकिन मणिपुर की हिंसा नही रूकी । दुख इस बात का भी है मणिपुर में शांति स्थापित करने की बजाए मणिपुर के मुख्यमंत्री यह कहते हैं कि एसी घटना सैकड़ो की संख्या में होती है यह बयान नैतिक पतन की पराकाष्ठा है । यह बात बिल्कुल साफ हो गई कि भाजपा में महिलाओं का सम्मान नही है । युपीए सरकार में थोड़ी से पेट्रोल और गैस की कीमत बढ़ने पर गैस का सिलेंडर माथे पर रखकर सड़को पर आंदोलन करने वाली महिला बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी खामोश क्यों है क्या उन्हे भी बोलने का आदेश नही है जो स्वयं एक महिला है । अगर आप  महिला होकर भी एक महिला पर इस तरह की घटना की निन्दा नही कर सकते तो लानत है आपको अविलम्ब इस्तीफ़ा देना चाहिए।

हर प्रदेश में महिलाओं के साथ सेक्सुअल हरासमैंट होना एक अलग बात मुद्दा है लेकिन उनको मणिपुर के मुद्दे के साथ जोड़ना मणिपुर के उस वीडियो के साथ जोड़ना बिलकुल गलत है हर प्रदेश में हर जगह पर जहां पर महिलाओं के साथ अगर इस तरह का दुर्व्यवहार होता है तो कांग्रेस उनके साथ खड़ी है । लेकिन दुर्भाग्य है कि बोलना था देश के प्रधानमंत्री को मणिपुर पे लेकिन बात कर रहे थे राजस्थान और छत्तीसगढ़ की उत्तरप्रदेश, हरियाना, असम, दिल्ली की भी बात कर लिया करते हुजुर। लानत है आपकी एसी राजनीति पे आपने एक भी शब्द महिला पहलवानों के लिए भी नही बोला।

आपका सांसद बेल लेकर हंस रहा रहा है मीडिया बहनों के साथ बदतमीजी कर रहा है देश को मेडल दिलाने वाली बेटियां उनकी हंसी पर अपने आप को बेवश महसूस कर रही है और पूरी भाजपा पार्टी उस सांसद के समर्थन में खड़ी होती है । लेकिन एक बात यह भी तय है कि सत्ता के अंहकार में कौरवों ने भी द्रोपदी का अपमान किया था और उसका परिणाम आज सबके जानते हैं कि कौरव वंश का विनाश हो गया।

संवाददाता सम्मेलन में महिला कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी बखला, मनिषा टोप्पो, उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता निसार खान, बेबी देवी, मुक्ति लता तिडू, असगरी अंजूम, कोमल कुमारी, अर्चना तिर्की, पुष्पा एक्का, ज्योति टोप्पो, मगदली होरो, रेजिना बड़ा, प्रीति टोपनो के अतिरिक्त कई वरिष्ठ कांग्रेसी मौजूद थे।

इसे भी पढ़ेंकान्यकुब्ज ज्योतिषी ब्राह्मण महासमिति के प्रदेश पदाधिकारियों ने माता भद्रकाली की पूजा अर्चना की

Post a Comment

0 Comments