जूनियर डाक्टरों ने दस सूत्रीय मांग को लेकर जीएमसी डीन को सौंपा ज्ञापन! 04 जनवरी को मेडिकल पीजी स्टूडेंट डा. आकांक्षा ने की थी खुदकुशी।
Bhopal: राजधानी के गांधी मेडिकल कालेज में बुधवार को पीजी स्टूडेंट डा. आकांक्षा माहेश्वरी ने आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद से जूनियर डाक्टर गुस्से में हैं। इन्होंने व्यवस्थाओं में सुधार की मांग का एक पत्र डीन डा. अरविंद राय को सौंपा है। जूनियर डाक्टरों ने शुक्रवार शाम को कैंडल मार्च निकालकर मृतक डाक्टर को श्रद्धापूर्वक याद भी किया।
जूनियर डाक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. अमित टांडिया ने बताया कि यदि हमारी की समस्याओं का निराकरण नहीं किया तो संगठन को विचार करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि आगे किसी भी डाक्टर को काम के बोझ और बांड की बाध्यता के कारण आत्महत्या करने जैसा निर्णय न लेना पड़े, इसकी कोशिश कर रहे हैं। एसोसिएशन ने डीन को दो अलग-अलग पत्र लिखे हैं, जिसमें व्यवस्थाओं में सुधार की मांग की गई है।
पत्र में यह लिखा
चार जनवरी को डा. आकांक्षा माहेश्वरी द्वारा की गई आत्महत्या से बहुत दुखी हैं। उन्होंने मानसिक तनाव, अत्यधिक काम के बोझ के कारण अपना जीवन खो दिया। हमें उच्च चिकित्सा शिक्षा में अपनी पुरानी पारंपरिक कार्य संस्कृति पर फिर से विचार करना होगा। पहले भी संवेदनहीन कार्य संस्कृति के कारण कीमती जानें जाती रही हैं। किसी भी डिग्री की कीमत के कारण किसी की जान न जाए। चिकित्सा शिक्षा के अधिकारी, मेडिकल विश्वविद्यालय और मेडिकल कालेजों के प्रशासनिक अधिकारी, मेडिकल कालेजों के विभागों के प्रमुख रेजिडेंट डाक्टरों के तनावपूर्ण कार्य वातावरण के प्रति गंभीरता से विचार करें।
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