Symptoms of Depression: डिप्रेशन के लक्षणों की जानकारी होना बहुत जरूरी है। क्योंकि, अधिकतर मरीज इन्हें छिपाने की कोशिश करते हैं, तो कुछ मामलों में इन संकेतों को ड्रामेबाजी समझ लिया जाता है।
दीपिका पादुकोण का बर्थडे (Deepika Padukone's Birthday) 5 जनवरी को आता है और आज 'बॉलीवुड की मस्तानी' ने जिंदगी के 37 बरस पूरे कर लिए हैं। ओम शांति ओम से फिल्मों की दुनिया में कदम रखने वाली 'डिंपल गर्ल' इंडियन सिनेमा में लंबा सफर तय कर चुकी हैं। लेकिन हम फिर से आपको 2015 में ले जाने वाले हैं, जब एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण जिंदगी के सबसे भयानक दौर से गुजर रही थीं।
2015 में दीपिका पादुकोण ने डिप्रेशन से अपनी लड़ाई के बारे में खुलासा किया, लेकिन लोग उनके डिप्रेशन को फिल्म प्रमोशन मान रहे थे। TOI के मुताबिक, उन्होंने यह बात पिछले साल डचेस ऑफ ससेक्स, मेगन मर्केल के पॉडकास्ट पर बताई। दीपिका ने ना सिर्फ डिप्रेशन को सफलतापूर्वक हराया, बल्कि इस मानसिक समस्या से लड़ाई में आज मील का पत्थर साबित हो रही हैं।
दीपिका पादुकोण के डिप्रेशन की बात बार-बार क्यों?
एक्ट्रेस के डिप्रेशन की बात बार-बार करना इसलिए जरूरी है, क्योंकि लोग इसके लक्षणों को मरीज का ड्रामा मानते हैं। वहीं, लोगों के सामने नॉर्मल रहने की कोशिश इस बीमारी में मदद पाने की संभावना कम कर देती है, जैसा कि दीपिका पादुकोण भी करती थीं। TOI के मुताबिक, उन्होंने माना कि माता-पिता और दुनिया के सामने वह एकदम हंसी-खुशी और मुस्कुराती हुई रहने की कोशिश करती थीं।
इन लक्षणों से परेशान थीं Deepika Padukone
TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, एक बार दीपिका पादुकोण से क्विज शो पर अमिताभ बच्चन पूछा कि उन्होंने अपने डिप्रेशन की पहचान कैसे की। जिसके जवाब में उन्होंने इसके कुछ प्रमुख लक्षण बताए, जिनसे वो जूझ रही थीं।
०खुद के अंदर खालीपन महसूस होना
०कोई भी काम करने का मन ना होना
०किसी से मिलने या बाहर जाने का मन ना होना
०जीने की इच्छा खत्म हो जाना
डिप्रेशन के अन्य लक्षण
मायोक्लीनिक के मुताबिक, डिप्रेशन के मरीज को कई और लक्षणों से भी जूझना पड़ सकता है।
- कम या ज्यादा नींद आना
- हमेशा थकावट रहना
- चिंता या तनाव
- सोचने-समझने की क्षमता कमजोर होना
- ध्यान ना लगा पाना
- शरीर में बार-बार दर्द होना, आदि
हर 20 में से 1 भारतीय को डिप्रेशन
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, नेशनल मेंटल हेल्थ सर्वे 2015-16 ने भारत में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए थे। जिसमें बताया गया था कि हर 20 में से 1 भारतीय डिप्रेशन से जूझ रहा है। वहीं, करीब 15 प्रतिशत भारतीय वयस्क किसी ना किसी मानसिक समस्या से जूझ रहे हैं।
क्यों होता है डिप्रेशन?
मायोक्लीनिक के मुताबिक, डिप्रेशन का सटीक कारण अभी तक निकलकर नहीं आ पाया है। लेकिन दूसरे
मेंटल डिसऑर्डर की तरह कुछ कारक इसके पीछे हो सकते हैं। जैसे- बायोलॉजिकल अंतर, दिमाग में कुछ बदलाव, हॉर्मोन में गड़बड़ी, फैमिली हिस्ट्री होना, आदि।
मेंटल हेल्थ को सुधारने का तरीका
डिप्रेशन एक मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम है, जिससे बचने के लिए कुछ मेंटल हेल्थ टिप्स (Mental Health Tips) को फॉलो किया जा सकता है। मानसिक स्वास्थ्य को सही रखने के लिए लोगों से मिलते-जुलते रहें और खास व भरोसेमंद लोगों से अपना दुख-दर्द बांटते रहें। इसके अलावा, एक्सरसाइज, डाइट, नई चीजें सीखना आदि भी मेंटल हेल्थ को सही रखने में मदद करते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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