बैजू गहलोत
Hazaribagh: चौपारण प्रखण्ड के यवनपुर पंचायत के मध्यगोपाली ग्राम में बुधवार को अजीबो गरीब मामला सामने आया है जिसमें रामचंद्र भूईयां की पत्नी लीला देवी की मौत के बाद दो समुदाय के लोग आपस मे उलझ पड़े और एक समुदाय जहां शव को दफनाने की अंतिम तैयारी में थे तो दूसरा समुदाय शव को जलाने पर अड़े थे.
क्या है मामला
रामचंद्र भुइयाँ खुदको मुस्लिम मानता था ,पत्नी की मौत के बाद इस्लाम धर्म के अनुसार मुस्लिम रीति अनुसार कब्रगाह में मिट्टी देने के पक्ष में था.
जब एक समुदाय के लोग वहाँ शव को दफनाने हेतु एकत्रित हुवे तो दूसरे समुदाय के लोग आ गए और दोनों समुदाय के लोग आपस मे उलझ गए.
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हज़ारीबाग मुक्तिधाम में दाह संस्कार करते हुए । |
ताभी चौपारण प्रशासन को भनक लगी और घटनास्थल पे अनुमंडल पुलिस अधिकारी नज़ीर अख्तर और थाना प्रभारी संभुनन्द ईश्वर पहुंचे और दोनों सामुदायो को समझा बुझा कर मामले को सांत कराया. मृतक के पति से जब नाम पूछा गया तो वह अपना नाम रामचंदर भुइयाँ बताया और आधार कार्ड मांगने पर देखा गया तो उसमें भी रामचंदर भुइयाँ ही अंकित था. तब जा कर मामले को सुलझाकर शव को अपने कब्ज़े में रखकर हज़ारीबाग़ में सनातन धर्म के अनुसार मुक्तिधाम में दाह संस्कार किया गया.
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