समय सबकुछ बताएगा-राजीव कुमार
अधिवक्ता राजीव कुमार को जब सदर अस्पताल मेडिकल चेकअप के लिए लाया गया तो हमने जब उनसे सवाल किया कि आखिर ऑडियो कॉल रिकॉर्ड और उनको पैसे देने लेने की बात की क्या सच्चाई है? उन्होंने सधे हुए शब्दों में बताया कि टाइम विल टेल यानी समय सब कुछ बताएगा. अभी हमें इस पर कुछ भी नहीं कहना है.
कोलकाता पुलिस कोलकाता में रखना चाहती थी
गौरतलब है कि इसके लिए कोलकाता पुलिस की ओर से दलील दी गयी थी कि राजीव कुमार को 50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया था. घटना से संबंधित एक ऑडियो भी पुलिस को मिली है जिसमें रुपयों के लेन-देन की बात है. मामले की जांच के लिए अभियुक्त की आवाज का नमूना लेना जरूरी है, इसलिए अभियुक्त को कोलकाता में ही रहने का आदेश दिया जाये.
जनहित याचिका के लिए पैसे मांगने का आरोप
बता दें कि 31 जुलाई को झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार की कोलकाता से गिरफ्तारी हुई थी. आरोप है कि झारखंड हाईकोर्ट में दाखिल एक जनहित याचिका में राहत पहुंचाने के नाम पर अधिवक्ता राजीव कुमार ने पहले 10 करोड़ रुपये की मांग की थी, लेकिन बाद में एक करोड़ रुपये देने की बात तय हुई. पहली किस्त में 50 लाख रुपये लेने के लिए ही राजीव कुमार कोलकाता आये थे.
बड़े लोगों से लड़ रहे पापा- रूचित्रा
वहीं अधिवक्ता राजीव कुमार की बेटी रुचित्रा सदर अस्पताल पहुंची और मीडिया में बयान दिया. उसने कहा कि पापा जिन लोगों से लड़ रहे हैं वह कोई छोटे-मोटे लोग नहीं हैं. वह मुख्यमंत्री हैं. पापा हमेशा कहते थे कि कभी भी फंसाया जा सकता है. हमें घर से संभल कर बाहर निकलने की हिदायत दी जाती थी. रूचित्रा ने दावा किया कि जिन से जांच करवाना हो करवा लें. सीबीआई और ईडी से जांच करवा लें, पापा निर्दोष हैं. जान बूझकर फंसाया गया है. वही ऑडियो कॉल रिकॉर्ड कर बताया कि उसमें किसी महिला की आवाज है. क्यों पैसा देना चाह रहे थे. बार-बार इसका जिक्र किया जा रहा है.
सीबीआई से मामले की जांच हो-रूचित्रा
रूचित्रा ने कहा कि उन्हें खुशी है कि अब मामले की जांच ED करेगी. निष्पक्ष जांच करेगी मामले की सीबीआई से जांच कराई जाय. वहीं अधिवक्ता राजीव कुमार की बेटी रुचित्रा ने आरोप लगाया कि कोलकाता में पापा को बहुत परेशान किया गया. उन्हें खाना भी नहीं दिया जा रहा था. हमें 12 बजे से 6 बजे तक बिठाए रखा जाता था. शाम को थोड़ी देर के लिए मिलने दिया जाता था. हमेशा ऑफिसर बैठे रहते थे. दबाव बनाते थे. कभी भी हमें बात करने नहीं दिया जाता था. बेटी रुचित्रा ने बताया कि हमारा 15 दिन पहले ही CA . का रिजल्ट क्लियर हुआ था, जिसे पापा ने पोस्ट भी किया था. इस घटना के बाद हम अच्छे से सेलिब्रेट भी नहीं कर पाए.
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